Best Blogger Tips

Banner

-

Jan 22, 2015

प्रकृति















मौसम के तेवरों को न देख ये तेरी बर्बादी का इशारा हैं।
जो पेड़ों को बचाया होता तो कुछ और ही मंज़र होता,
ठण्ड में वो न मरता जो गांव छोड़ के न आया होता।
अलाव की गर्मी से चलती हैं कई सांसें  मेरे गावों में,
यहाँ तो वो भी नसीब नहीं वरना लाशों को पेट्रोल से न जलाया होता।
अब भी कुछ नहीं बिगड़ा मेरे दोस्त मिलजुल के सम्हाल सकते हैं इसे,
ये समझना होगा तुझ को कि  बस फल फूल हैं केवल खाने के लिए,
 ये नौबत ही नहीं आती गर लोगों ने अपनी जड़ों को न खाया होता।
 ठण्ड में वो न मरता जो गांव छोड़ के न आया होता……
Picture / Courtesy Google

Contents of this blog / published on any of it’s pages is copyrighted and the sole property of the author of this blog and copying, disclosure, modification, distribution and / or publication of the content published on this blog without the prior written consent of the author is strictly prohibited.

No comments:

Post a Comment

Happy New Year